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गर्भाशय थैली में गांठ होने के कारण बच्चा होने में तकलीफ तथा उन्नत तकनीक का उपयोग करके गर्भावस्था प्राप्त !

                    हर  लड़की का सपना  होता है की शादी के बाद जल्द से जल्द उसे बच्चा हो जाये और आगे का जीवन ख़ुशी ख़ुशी बित जाए| लेकिन ज़िन्दगी हर एक कदम पर कोई न कोई नया संघर्ष देती  है| मुझे बचपन से ही बच्चों का बहोत शौक था|  २४ साल की उम्र में मेरी शादी हों गयी| लेकिन शादी के 4 साल बाद तक मुझे बच्चा नहीं हुआ तो सब ताने मारने लगे| हर किसी को लगता था की मैं और मेरे पति बच्चा नहीं चाहते है| लेकिन अक्सर ऐसा नहीं था |बहोत कोशिश के बाद भी बच्चा नहीं हो पा रहा था| अब ये एहसास बहोत डरवाना होते जा रहा था| समाज, परिवार और रिश्तेदार तरह तरह के सवाल कर रहे थे और मै हर  दिन परेशान होते जा रही थी|
                   शादी को अब ५ साल बीत चुके थे| जब भी मैं सोचती थी की मैं माँ नहीं बन पा रही हूँ इसका मतलब मुझे कोई बड़ी बीमारी हो गयी है| चाहे कोई भी परिस्थिति हो ऐसे लगता था जैसे कुछ कमी है| दूसरे औरतों की बच्चे देखकर सोचती थी मेरे साथ ही भगवान ने नाइंसाफ़ी क्यों की ? मुझे  बाकी तो सेहत में कुछ तकलीफ नहीं थी| लेकिन मासिक मै बहोत दर्द रहेता था| खून ज्यादा निकालता था| बहोत दिन तक मासिक चलता था जिसके कारण बहोत ज्यादा थकान भी रहती थी| ये सब तकलीफ के कारण मैंने कई सारे डॉक्टर से इलाज करवाया| लेकिन जब तक इलाज चालू रहता था तो ठिक था, मगर बच्चा तो नहीं हो रहा था| अब तो मेरे पतीने भी ताने  मारना शुरू किया था| जब की मैंने भी माँ बनने की चाहत छोड़ी नहीं थी| मुझे ऐसा लगता था कुछ चमत्कार हो जाये और मुझे बच्चा हो जाए|                                                                                                                                                                                                                    एक दिन मैंने बाजार से आते समय संतती फर्टिलिटी सेंटर के कॅम्प का पोस्टर देखा| मैंने नीचे दिया हुआ नम्बर मोबाइल मे सेव्ह कर लिया| और घर आने के बाद मेरे पति को  कॅम्प के बारे में बताया| वो पहले से  काफी परेशान होने के कारण मुझे गुस्से से बोले इतने साल मे कुछ नहीं हो पाया तो अब क्या होगा? लेकिन मैंने बहोत कोशिश करते हुए उनको समझाया और हम दोनों ने कॅम्प मे जाने का तय किया| अगले दिन कॅम्प मै पोहोचतें ही वहा पे काफी सारे बच्चो के फोटो और टीव्ही पे व्हिडियों चल रहे थे| जिसमे मैंने देखा की मेरे जैसे तकलीफ वाले औरतो को भी बच्चा हुआ था| ये देखकर मे बहोत खुश हो गयी|  फिर हम दोनों डॉक्टर से मिले| उन्होंने हमें बच्चा कैसे रेहता है ये बताया| सब पहले किये हुये जांच के रिपोर्ट लिखवाये| वहा से दूसरे दिन ही हम संतती फर्टिलिटी सेंटर मे पहुंचे| संतती हॉस्पिटल काफी बड़ा, सुंदर , स्वच्छ था| यहाँ पे हम दोनों डॉ. स्वाती डोंगरे मैडम को मिले| डॉ.मैडम को हमने सारी परेशानी बताई| सब कुछ सुनने के बाद मैडम ने मेरी कुछ जाँच करने को कहाँ| जिसमे खून का तपास, सोनोग्राफी थी| सोनोग्राफी में मेरे गर्भाशय थैली मै बड़ी सी गाठ पायी गयी जिसके कारण यह सब तकलीफ हो रही थी और बच्चा भी नहीं रह पा रहा था|  ये सुनके मै बहोत परेशान हो गयी| डॉक्टर क्या मैं कभी माँ नहीं बन पाऊँगी? मैंने रोते रोते मैडम से पूछा? उन्होंने मुझे समझाते हुये कहा की अगर ये गांठ  हम निकाल देते है  तो सब तकलीफ भी दूर हो जायेगी और बच्चा भी हो जायेगा| ये सुनकर मुझे काफी राहत मिली | तभी से मेरे इलाज चालू हो गया | थैली का ओपरेशन करवा के बड़ी सी गांठ निकाल दी|  उसके बाद कुछ समय तक मुझे दवाई चालू थी| सब कुछ ठीक होने के बाद डॉक्टर मैडम ने मेरी आय.व्ही.एफ़  की ट्रीटमेंट की| जिसके चलते बहोत कम टाइम मे मुझे गर्भधारणा हो गयी| जब मेरी pregnancy टेस्ट positive आयी थी मै शब्दों मे बया नहीं कर पाऊँगी की मै कितनी खुश थी| जैसे डॉ. स्वाती डोंगरे मैडम भगवान ही बनकर मेरे मदत के लिए आये थे|     
                    मेरी पूरी गर्भावस्था मे मैडमने मुझे बहोत  अच्छी ट्रीटमेंट दी जिसके कारण आज मै २ जुड़वा बच्चों की माँ हूं| माँ बनने का एहसास बहोत खास है| मै मेरे पती, मेरे घरवाले सब लोग बहोत खुश है| मैं डॉक्टर स्वाती डोंगरे मैडम को धन्यवाद देती हूं| भगवान उनको हमेशा खुश,सलामत रखे|  
         धन्यवाद !!!!
                
                                                                                                                                                                                     शब्दांकन: डॉ. क्लिटा परेरा.